डिजिटल युग में इमोजीज़ कम्युनिकेशन का एक यूनिवर्सल साधन बन गये है, जिन्होंने आत्म-अभिव्यक्ति के रूप में पारंपरिक शब्दावली को पीछे छोड़ दिया है। खासतौर से आज के युवाओं में इमोजीज़ के बढ़ते प्रभाव को देखते हुये, एण्डटीवी के ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ के पसंदीदा किरदार दरोगा हप्पू सिंह ने भी अपने आइकाॅनिक फेशियल एक्सप्रेशन्स के साथ डिजिटल जगत में एक धमाकेदार एंट्री की है। हप्पू सिंह के इन मजेदार इमोजीज़ में ढेरों इमोशन्स को कैप्चर किया गया है। इन्होंने प्रशंसकों का दिल जीत लिया है और डिजिटल संचार को व्यापक रूप से प्रभावित कर रहे हैं। उनकी अनूठी शरारती मुस्कान से लेकर हैरत भरी नजर और थकान वाली आह तक, हप्पू सिंह के एक्सप्रेशन्स बड़े पैमाने पर जुड़ाव बनाते हैं और आॅन स्क्रीन एवं आॅफ स्क्रीन हर किसी की बातचीत को और भी ज्यादा मजेदार एवं समझ में आने योग्य बनाते हैं।
वल्र्ड इमोजी डे पर योगेश त्रिपाठी ऊर्फ दरोगा हप्पू सिंह ने अपनी खुशी का इजहार करते हुये कहा, ‘‘अपने फेशियल एक्सप्रेशन्स को गिफ्ट्स एवं इमोजीज़ में बदलते देखकर मैं बहुत रोमांचित हूं। ये कमाल की बात है कि मेरी शरारत भरी मुस्कान, तिरछी नजर और बेवकूफी भरी हंसी डिजिटल संचार का हिस्सा बन गई है। शो में मेरे किरदार के एक्सप्रेशन्स और छिपे हुये इशारे दर्शकों का भरपूर मनोरंजन करते हैं और उनके चेहरों पर मुस्कान लाते हैं। काॅमेडी में दर्शकों को हंसाते हुये उनके साथ जुड़ाव बनाने की एक अनूठी काबिलियत होती है। आमतौर पर काॅमेडी में सामान्य किरदार को असामान्य या मनोरंजक स्थितियों में दिखाया जाता है। प्रभावशाली हास्य के लिये बेजोड़ टाइमिंग बहुत जरूरी होती है। कुशल काॅमेडियंस चुटकुले या हास्यप्रद कहानियां सुनाते समय टाइमिंग का पूरा ध्यान रखते हैं। मैं आभारी हूं कि मुझे इमोजी कम्युनिटी में शामिल किया गया है और मुझे इस बात की भी खुशी है कि लोग मेरे किरदार के आॅन-स्क्रीन एक्सप्रेशन्स को अपनी चैट में इस्तेमाल कर रहे हैं, जिनसे उनकी बातचीत में हप्पू जैसा हास्य आ जाता है। जब लोग मेरे एक्सप्रेशन्स का इस्तेमाल करते हैं, तो मुझे बहुत अच्छा लगता है। यह दिखाता है कि उनके चेहरों पर मुस्कुराहट बिखेरने का हमारा प्रयास उन पर काफी गहरा प्रभाव छोड़ रहा है। शेयर किये गये अधिकतर इमोजीज़ विचित्र और अद्भुत हैं, लेकिन मेरी सबसे पसंदीदा इमोजी वह है, जिसमें मुझे आंखें फाड़कर हैरत भरी नजरों से देखते हुये दिखाया गया है। वल्र्ड इमोजी डे पर मैं अपने सभी प्रशंसकों को कन्वर्सेशन्स, इमोजीज़ या जीआईएफ के जरिये खुद को अभिव्यक्त करने के लिये प्रोत्साहित करता हूं। अपने-आप को अभिव्यक्त करना वाकई में जरूरी होता है और मजेदार भाव दिखाना बातचीत को दिलचस्प एवं नया बना सकता है। जब हमें अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का कोई शब्द नहीं सूझता, तो हम अपने विचारों को सामने रखने के लिये इमोजीज़ और जीआईएफ का सहारा लेते हैं। ये लगभग हर इमोशन्स को दर्शाते हैं और उन्हें 26 अक्षरों के बजाय एक सिंगल आइकन का इस्तेमाल करते हुये भावों को व्यक्त करने का एक आसान एवं आनंददायक तरीका बनाते हैं। यह देखना वाकई मजेदार है कि कैसे इमोजीज़ ने आॅनलाइन बातचीत को और मजेदार बना दिया है और खुद को अलग तरह से अभिव्यक्त करने का एक अनोखा जरिया बन गये हैं।‘‘